गडरिया लव पार्ट 2
धर्मेंद्र ने रिंकू को पानी का गिलास देते हुए पूछा धर्मेंद्र - तुम्हें,,,शिवगढ़ में क्या काम है"?
रिंकू - 100 साल पहले,,,मेरे दादाजी ने हंसराज को 10 बीघा जमीन गिरवी रखी थी,,,उसी को छुड़ाने आयी हूं,,,सो के बदले 200 दे दूंगी पर अपनी जमीन वापस लेकर रहूंगी,,,आज वह जमीन 10 करोड रुपए की है"!
धर्मेंद्र - हंसराज काका का तो 30 साल पहले,,,दुनिया से पत्ता कट गया,,,अब उनका वारिस,,,उनका बेटा देवराज है,,,जो बड़ा खतरनाक आदमी है,,चार मर्डर कर चुका है,,,मुझे नहीं लगता,,,वह मानेगा"!
रिंकू - नहीं मानेगा तो मैं,,,उसके घर से वह जमीन के कागज चुरा लूंगी,,,वह आज भी मेरे दादाजी के नाम पर रजिस्टर्ड है"!
धर्मेंद्र - देवराज के घर में घुसना,,मतलब शेर की गुफा में जाना है,,,वहां से कोई जिंदा वापस नहीं आता है,,,हां"!
रिंकू - सच में इतना खतरनाक आदमी है,,,धर्मेंद्र,,,कुछ भी करके मुझे,,,उस जमीन के पेपर दिला दो,,,तभी मेरे मरे हुए दादाजी की आत्मा को शांति मिलेगी"!
धर्मेंद्र - इस काम में जान जाने का भी खतरा है,,,मान लो अगर मैं,,,तुम्हारे लिए यह करूं,,,तो मुझे क्या मिलेगा"?
रिंकू - मैं तुम्हें 10% कमीशन दुंगी"!
धर्मेंद्र - पैसे नहीं चाहिए"!
रिंकू - फिर क्या चाहिए"?
धर्मेंद्र - तुम सिंगल हो"?
रिंकू - हां"!
धर्मेंद्र - तुम्हारा किसी से कोई चक्कर वक्कर तो नहीं है"?
रिंकू - नहीं है,,,पर इसका जमीन के पेपर उससे क्या कनेक्शन है"?
धर्मेंद्र - मैं भी सिंगल हूं,,,मेरा भी किसी से कोई चक्कर वक्कर नहीं है,,,यही कनेक्शन है"!
रिंकू - समझ गयी,,,तुम कहना चाहते हो,,,अगर तुमने,,,मुझे जमीन के पेपर दिलाऐ तो मुझे,,,तुमसे शादी करनी पड़ेगी,,,ठीक है,,,मुझे ये सोदा मंजूर है"! रिंकू ने हाथ बढ़ाते हुए कहा
धर्मेंद्र - बाद में बदल तो नहीं जाओगी "! धर्मेंद्र ने हाथ मिलाते हुए पुछा
रिंकू - लड़कियां कभी अपने वादे नहीं तोड़ती है, ,,एक बार आजमा कर तो देखो"!
नेक्स्ट सीन
दोनों खाना खा रहे हैं,,,रात के 9:00 बजे हैं,,,तब रिंकू ने पूछा
रिंकू - तुम अकेले रहते हो,,,तुम्हारी फैमिली कहां है"?
धर्मेंद्र - शादी में गए हैं,,,कल आएंगे"!
रिंकू - मैं हाथ धोकर आती हूं"! रिंकू ने उठ कर जाते हुए कहां
तभी धर्मेंद्र के दोस्त राजपाल का फोन आया,,,धर्मेंद्र ने फोन उठाया,,,राजपाल ने कहा
राजपाल -धर्मेंद्र,,,टेंशन मत ले,,,इस साल तेरी शादी जरूर हो जाएगी,,,मैं कल उज्जैन गया था तो बाबा महाकाल से बोल दिया है "!
धर्मेंद्र - जय श्री महाकाल,,,,राजपाल,,,बाबा महाकाल ने तेरी पुकार सुन ली,,,तेरी होने वाली भाभी मेरे साथ है,,,लड़की नहीं पटाखा है पटाखा,,,इसके मां-बाप,,,पक्का हीरो हीरोइन होंगे,,,तभी तो यह ओरिजिनल हीरा पैदा हुआ है,,,पहली नजर में फर्स्ट लव हो गया यार,,,,,अगर यह मिल गई तो लाइफ बन जाएगी,,,आज रात को ऐसा जाल बिछाऊंगा की यह मछली जिंदगी भर के लिए,,मेरे जाल में फंस जाएगी,,,हां"!
यह कहकर धर्मेंद्र ने पीछे देखा तो रिंकू को पाया,,,,तभी शर्मिंदगी महसूस करते हुए धर्मेंद्र ने पूछा
धर्मेंद्र - तुमने कुछ सुना तो नहीं"!
रिंकू - देवराज के घर से पेपर कैसे चुराएंगे"? रिंकू ने गंभीरता से पूछा
धर्मेंद्र - देवराज का मुनीम राजपाल,,,मेरा दोस्त है,,,वही हमें देवराज की तिजोरी की चाबी देगा"!
रिंकू - कितनी बजे लाकर देगा"?
तभी घर के दरवाजे की घंटी बजी,,,
धर्मेंद्र - नाम लिया और शैतान हाजिर,,,जाओ दरवाजा खोलो"!
रिंकू ने दरवाजा खोला,,,उसके सामने काला कोट पहने,,,चश्मा लगाये,,,हाथ में बैग लिए,,,मुंह में पान खाए,,,एक लड़का खड़ा है,,,रिंकू ने पूछा
रिंकू - कौन हो तुम"?
राजपाल - भाभी जी,,,राम राम,,,इस आइटम को लोग प्यार से और गुस्से से मुनीम राजपाल कहते हैं"!
रिंकू - ओह,,,तो आप हो मुनीम जी,,,अंदर आइये"!
राजपाल - अरे,,,यह तो बहुत समझदार,,,गुणवंती,,,सत्यवती है,,,,धर्मेंद्र से बोलकर,,,,इसकी बहन से अपना चक्कर चलवाना पडे़गा "! राजपाल ने मन में सोचा
रिंकू - क्या सोच रहे हो,,,आप"?
धर्मेंद्र - तुम्हारी बहन के बारे में सोच रहा है"?
रिंकू - क्या"? रिंकू ने आश्चर्य से कहा
राजपाल - अरे नहीं,,,भाभी जी ये धर्मेंद्र तो पागल है,,,इसकी बात गधे की लात"!राजपाल ने अपनी सफाई देते हुए कहा
रिंकू - तुम दोनों बैठो,,,,मैं,,,तुम्हारे लिए चाय बनाकर लाती हूं"!
धर्मेंद्र - इतनी रात को मेरे अंगने में,,,,तुम्हारा क्या काम है"? धर्मेंद्र ने संदेह से पूछा
राजपाल - बेस्ट ऑफ़ लक,,,बोलने आया हूं"!
धर्मेंद्र. यह तो फोन पर भी बोल सकता था,,,राजपाल तूने,,,जो थोड़ी देर पहले सोचा है,,,वह सच हो सकता है,,,क्योंकि सपनों को सच होने में देर नहीं लगती है,,,अरे,,,तेरी होने वाली भाभी की छोटी बहन है,,,जिसका नाम चीकू है,,,उसके सामने तेरी भाभी भी फेल है,,,अगर तू कहे तो तेरी बात छेड़ू"!
राजपाल - जिंदगी भर तेरा एहसान रहेगा,,,मेरी भी सेटिंग करा दे यार,,,,तेरे सभी भारतीयों का खर्चा मेरी तरफ से फ्री"!
धर्मेंद्र - ठीक है,,,करा दूंगा,,,,पर जिंदगी में, ,,कुछ पाने के लिए,,,कुछ खोना पड़ता है"!
राजपाल - क्या खोना पड़ेगा"?
धर्मेंद्र ने उसके कान में पूरी कहानी सुनाई,,,तब राजपाल ने धर्मेंद्र को चाबी देते हुए कहा
राजपाल - ये,,,ले चाबी,,,अब तु देवराज रावण की लंका को जला या लूट पर मेरा नाम नहीं आना चाहिए"!
धर्मेंद्र - तू भी साथ चल,,,यार"!
राजपाल - मुझे भरी जवानी में शहीद होने का कोई शौक नहीं है,,,राम राम"! राजपाल में जाते हुए कहा
तभी रिंकू चाय लेकर आई और उसने पूछा
रिंकू - मुनीम जी,,,कहां है"? धर्मेंद्र ने हंसते हुए रिंकू को उंगली में लटकी चाबी दिखाई,,,जिसे देखकर रिंकू भी मुस्कुराने लगी और चाबी लेकर उसे अपनी उंगली में झूला झूला झूलने लगी
रात के 12:00 बजे हैं,,,घड़ी का सेकंड,,,काटा,,,टक टक कर चल रहा है,,,धर्मेंद्र और रिंकू ने अपने मुंह बांध लिए हैं और दोनों चुपचाप दबे पांव,,,देवराज के घर आते हैं,,,तब इन दोनों ने देखा,,,,देवराज के चार चौकीदार हाथ में बंदूक लिए खड़े हैं,,,तब शराब में धूत देवराज ने चिल्लाते हुए कहा
देवराज - यमराज का दूसरा नाम देवराज,,,यूं ही नहीं है,,,जो भी गेट के आसपास दिखे,,,तुरंत गोली मार देना,,, भले वह कुत्ता,,,बिल्ली,,,हो या मच्छर क्यों ना हो,,,कोई अंदर नहीं आना चाहिए,,,मुझे आज बहुत चढ़ गई है,,,इसलिए पढ़ने जा रहा हूं"!
तभी एक चौकीदार ने कहा
चौकीदार - हुकुम,,,चढ़ गई है तो स्कूल पढ़ाने क्यों जा रहे हो"?
देवराज - गधे की औलाद,,,बिस्तर पर पढ़ने जा रहा हूं,,,गुड नाइट"!
चारों चौकीदार में एक साथ कहा "गुड नाइट हुकम"!
देवराज और उनके साथियों का यह खूंखार सीन देखकर,,,धर्मेंद्र को रिंकू भयभीत हो उठे,,, तब भयभीत रिंकू बोली
रिंकू - धर्मेंद्र मुझे बहुत डर लग रहा है"!
धर्मेंद्र - मुझे भी"! रिंकू ने आश्चर्य से धर्मेंद्र की तरफ देखा और कहा
रिंकू - तुम तो एक नंबर के फट्टू निकले"!
धर्मेंद्र - मैं कोई फट्टू नहीं हूं,,,,मजाक कर रहा था"!
रिंकू - मजाक बंद करो,,,यह कोई कॉमेडी सीन नहीं है,,,एक्शन सीन है,,,जाओ,,,उन चारों को मार मार कर बेहोश कर दो"!
धर्मेंद्र - उनके हाथ में बड़ी-बड़ी,,,लंबी-लंबी बंदुक के देख रही हो,,,एक्शन करने का मौका तक नहीं देंगे वह,,,20 कदम दुर से ही मेरी,,,,सारी एक्शन निकाल देंगे,,,हां,,,,उनको ताकत से नहीं,,,दिमाग से मारना पड़ेगा"!
रिंकू - तुमने दिमाग है"!
धर्मेंद्र - वह चारों शराब पी रहे हैं,,,अगर हमने,,,उनकी शराब में यह बेहोशी की दवाई मिला दी तो हमारा काम बहुत आसान हो जाएगा,,,तुम उन्हें मंजुलिका बनकर डराओ,,,जब वह उधर से इधर आएंगे,,,तब मैं दीवार को कुदकर उनकी शराब में यह बेहोशी की दवा मिला दूंगा"!
रिंकू - यू सो स्मार्ट,,,मस्त प्लान है,,,तुम्हारा"!
नेक्स्ट सीन
उन चारों के कान में घुंघरू की छम छम आवाज सुनाई देती है,,,तब एक चौकीदार बोला
चौकीदार - यह छम छम की आवाज कहां से आ रही है"?
तभी रिंकू ने गया गाना गाया
आमी छै तुम्हार,,,सिद्धू जी हमार ता थैया, ता थैया, मरती थी तुम पर करती थी प्यार
दूसरा चौकीदार बोला - अरे,,,यह कंचना है"!
तीसरा चौकीदार - कंचना नहीं,,,मंजूलिका है,,,पर यह फिल्म से निकलकर,,,यहां क्या कर रही है"?
Mohammed urooj khan
16-Apr-2024 12:01 AM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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kashish
11-Apr-2024 08:59 AM
Awesome
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Varsha_Upadhyay
10-Apr-2024 11:34 PM
Nice
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